कॉमनवेल्थ गेम मे पीवी सिंधु ने भारत को बैडमिंटन मे गोल्ड मेडल दिला कर इतिहास रच दिया हैं ।
इससे पहले भारत मे 55 मेडल इस कॉमन वेल्थ गेम से मिला हैं । ये 56 वां मेडल सिंधु के द्वारा जीता गया हैं
इस गेम मे उनकी टक्कर कनाडा कि मिशेल ली से थी । शुरुआत मे मिशेल से कड़ी टक्कर मिली लेकिन पहली गेम सिंधु ने जीत ली ।
कॉमनवेल्थ गेम मे स्टार पीवी सिंधु को ये गोल्ड मेडल सहित पाच मेडल मिले हैं इससे पहले वूमेनस सिंगल मे उन्हे गोल्ड कोस्ट और साल 2014 मे बरोंज मेडल मिला था ।
पीवी सिंधु कि जीत के बाद मोदी कि बधाई देकर कहा कि सिंधु चैपियन ऑफ चैपियन्स हैं ,वह हर इस बात को साबित करती हैं कि वे कितनी श्रेष्ठ खिलाड़ी हैं ।
पीवी सिंधु भारत कि एकमात्र बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिसने बैडमिंटन मे भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाया । साल 2017 मे वे अपने करियर कि उच्च रैंकिंग नंबर 1 पर थी ।
साल 1995 मे , हैदराबाद मे जन्मी पीवी सिंधु का पूरा नाम पुसरला वेंकट सिंधु हैं । सिंधु के पिता पी वी रमन रेलवे मे थे ।
साल 2016 मे उसने रियो डे जेनेरिओ ओलिम्पिक मे सिनवेर मेडल जीती थी ।
साल 2019 मे , वूमेनस सिंगल मे गोल्ड मेडल अपने नाम कि थी
कॉमन वेल्थ गेम मे गोल्ड मेडल जीतने के बादपीवी सिंधु ने प्रधान मंत्री से मिलने कि उम्मीद जताई ।
साल 2016 मे वूमेनस सिंगल मे उन्होंने फिर से गोल्ड मेडल जीती थी इस गेम को गवाहती मे आयोजित किया गया था ।
साल 2014 मे उसने ब्रान्ज़ मेडल जीती थी - वूमेनस सिंगल