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5 बिंदुओं में जानिए आखिर भारत पर क्‍यों फ‍िदा हैं बाइडन, बार-बार क्‍यों कर रहे हैं तारीफ

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1- विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि अमेरिका यह जानता है कि भारत का पड़ोसी मुल्‍क पाकिस्‍तान बहुत विश्‍वसनीय नहीं है। 

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खासकर पाकिस्‍तान और चीन की निकटता अमेरिका को कभी रास नहीं आई। इसके चलते अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के कार्यकाल में दोनों देशों के रिश्‍ते काफी निचले स्‍तर पर चले गए थे।

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हालांकि, ट्रंप के बाद बाइडन प्रशासन की दक्षिण एशियाई नीति में थोड़ा बदलाव आया है। बाइडन प्रशासन ने पाकिस्‍तान के साथ रिश्‍तों को सामान्‍य बनाने की पहल की है। 

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बाइडन प्रशासन भारत के साथ अपने संबंधों को बिगाड़ कर पाकिस्‍तान के साथ रिश्‍तों को नहीं बनाना चाहता है। 

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2- प्रो पंत ने कहा कि यूक्रेन जंग के बाद भारत-अमेरिका के रिश्‍तों में थोड़ा उतार चढ़ाव देखा गया है। इसके बावजूद रणनीतिक रूप से अमेरिका के लिए भारत बेहद उपयोगी देश है। 

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खासकर तब जब दक्षिण चीन सागर, हिंद प्रशांत क्षेत्र और ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका के रिश्‍ते काफी तल्‍ख हैं।

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दोंनो देशों के बीच शीत युद्ध की स्थिति है। चीन, अमेरिका के लिए एक नई आर्थिक और सामरकि चुनौती पेश कर रहा है।

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3- प्रो पंत ने कहा कि पाकिस्‍तान में शाहबाज सरकार के गठन के बाद अमेरिका के साथ रिश्‍ते सामान्‍य बनाने की कोशिश जारी है। 

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अमेरिका के विदेश मंत्री के एक सलाहकार ने हाल ही में पाकिस्‍तान की यात्रा की थी। बाइडन प्रशासन ने 45 करोड़ डालर के हथियार और उपकरण एफ-16 फाइटर जेट के लिए दिए हैं। 

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मेरिका ने बाढ़ से पीड़‍ित पाकिस्‍तान को अन्‍य आर्थिक मदद भी मुहैया कराई थी। इससे यह संकेत मिलता है कि दोनों देश एक दूसरे के निकट आ रहे हैं।

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दोनों देशों के बीच मधुर संबंधों में भारतीय अमेरिकी लोगों का अहम रोल रहा है। अमेरिकी राजनीति में भारतीय लोग प्रभावशाली भूमिका निभा रहे हैं। 

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अमेरिका में भारतीय एक महत्‍वपूर्ण वोट बैंक के रूप में उभर रहे हैं। भारतीयों का दखल अमेरिका की सियासत में बढ़ रहा है। इस वक्‍त 50 लाख से ऊपर भारतीय अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ हैं।