तमाम लोग इस तरह के पॉलिसी टर्म को बहुत सीरियसली नहीं लेते और इसे टालते रहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि जिंदगी इतनी रिस्की भी नहीं.
लेकिन अगर आप भी ये सोचते हैं तो आप गलत हैं, क्योंकि लाइफ का कोई भरोसा नहीं होता है. इसके अलावा आप लाइफ इंश्योरेंस को खरीदने में जितनी देरी करते हैं,
आपका प्रीमियम भी उतना महंगा होता जाता है. इसलिए प्रीमियम को जितना जल्दी लें, उतना अच्छा है.
लाइफ इंश्योरेंस लेते समय जानकारी छिपाना भी गलत होता है क्योंकि इससे क्लेम रिजेक्ट भी हो सकता है. अगर आपको कोई बीमारी है,
लाइफ इंश्योरेंस लेते समय जानकारी छिपाना भी गलत होता है क्योंकि इससे क्लेम रिजेक्ट भी हो सकता है. अगर आपको कोई बीमारी है,
कोई फैमिली मेडिकल हिस्ट्री है या स्मोकिंग वगैरह की लत है, तो इसके बारे में जरूर बताएं. ताकि आपके न रहने पर आपके परिवार को मुश्किल न झेलनी पड़े.
कई बार लोग कम प्रीमियम के चक्कर में छोटी अवधि की पॉलिसी खरीद लेते हैं. ये भी ठीक नहीं है. आपको तब तक की पॉलिसी लेनी चाहिए,
जब तक आप अपने परिवार को फाइनेंशियली पूरी तरह से सिक्योर नहीं कर देते और बच्चों की पढ़ाई, शादी आदि से निवृत्त नहीं हो जाते.
तमाम लोग अपनी इन बातों को परिवार को नहीं बताते हैं. लेकिन आपने परिवार की सुरक्षा के लिए जो भी इंश्योरेंस वगैरह करवाया है,
तमाम लोग अपनी इन बातों को परिवार को नहीं बताते हैं. लेकिन आपने परिवार की सुरक्षा के लिए जो भी इंश्योरेंस वगैरह करवाया है,
उसकी जानकारी हमेशा परिवार को दें. ताकि मुश्किल समय में वो आपकी पॉलिसी के लिए क्लेम कर सकें.