क्रेडिट कार्ड नियमों के नए बदलाव: जानिए क्या है खास

क्रेडिट कार्ड नियमों के नए बदलाव: जानिए क्या है खास:- वर्तमान समय में भारत समेत दुनिया भर में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ गया हैं। जिससे क्रेडिट कार्ड में समय समय पर बदलाव किए जाते रहते हैं। हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्रेडिट कार्ड नियमों में बदलाव किए गए हैं जो आम ग्राहकों के हित में हैं। 

भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई ने कहा हैं क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले कंपनी को कार्ड इस तरह से उपलब्ध कराना होगा जिससे  ग्राहक अपने मन मुताबिक क्रेडिट कार्ड चुन सकें। आरबीआई ने ये भी कहा कि किसी भी कार्ड जारी करने वाली बैंक या कम्पनी को कुछ ऐसा नियम नही बनाना चाहिए जो ग्राहक को कार्ड चुनने की आजादी को रोक सकें उन्हें हर हाल में ग्राहक की सुविधाओं को ध्यान में रखना चाहिए। 

अभी जो नए कार्ड धारक हैं उन्हें इस नए नियम के अनुसार ही सुविधा प्रदान की जाएगी लेकिन जो पुराने ग्राहक हैं उन्हें कार्ड रिन्यू के समय इस बात का खान रखना होगा और नए उसूलों को फ़ॉलो करना होगा। 

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क्रेडिट कार्ड नियमों के नए बदलाव, जानिए क्या है खास

जानकारी की माने तो, क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, ऐसे में किसी भी की धारक को कार्ड इस्तेमाल करने या समझने में कोई परेशानी न हो। सरकार ने ये भी कहा की पुराने नियमों से की धारक और ग्राहक दोनो को लिमिट सेवाओं का ही अधिकार मिल पता था लेकिन आगे ऐसे नही होगा, इसलिए आरबीआई ने इस तरह के नए नियम को लागू करने का प्लान किया हैं। 

भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया का निर्देश

  • कार्ड धारक को ऐसे लाभों से वंचित होना पड़ता हैं जिसे वे लेना या इस्तेमाल करना चाहिए हैं। आगे से उन्हें एक साथ भिविन्न कार्ड का विकल्प उसके सामने रहेगा। 
  • क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले कंपनी को, भिविन्न प्रकार के श्रेणियों के कार्ड का विकल्प देना चाहिए ताकि ग्राहक अपने मन मुताबिक क्रेडो का चयन कर सकें। 
  • जो ग्राहक वर्तमान में कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं उनके लिए रिन्यू के समय उपर बताए गए सुविधा प्रदान करनी चाहिए। ये सारे निर्देश भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा जनहित में जारी किया गया हैं। 

कौन कौन से कार्ड विकल्प मौजूद रहेंगे ?

भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक लिस्ट जारी किया हैं जिसमे कुछ बैंको के क्रेडिट कार्ड का नाम सुझाए गए हैं जो निम्नलिखित हैं। 

  • अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉर्प
  • डैनर्स क्लब इंटरनेशनल लिमिटेड
  • मास्टर कार्ड एशिया
  • नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया 
  • रुपे कार्ड और वीजा कार्ड को भी शामिल किया हैं। 

सरकार ने इस बात को भी स्पष्ट किया हैं इस नियमों से आम ग्राहकों को कोई भी परेशानी नहीं होगी क्योंकि इसमें 10 लाख से ऊपर के लिमिट वाली ग्राहक लिए नियम लागू किए गए है। ऐसे की धारक के लिए कई तरह को समस्याओं का सामना करना पड़ता था, अगर वे किसी इंटरनेशनल डील को अंजाम दे रहे है तो उन्हें अलग अलग क्रेडिट कार्ड की जरूरत होती हैं जो की उनके पास ऐसा कुछ विकल्प नहीं था। खासतौर पर सरकार ने इसी दुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इस तरह की नियम बनाई। 

ये नियम क्यों बनाया गया ?

आरबीआई कोई भी निर्णय सोच समझ कर लेती हैं। नियम लागू होने से ग्राहक को बैंक के द्वारा दिए गए क्रेडिट कार्ड को स्वीकार्य करना होता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, ग्राहक के पास क्रेडिट कार्ड चुनने का विकल्प होगा। क्रेडिट कार्ड नियमों के नए बदलाव हुए, साथ ही इस तरीके से आरबीआई फिनटेक कंपनियों पर भी रोक लगा सके जिसे ग्राहक को लोन के लालच में फसाया न जाय। 

भारत में बढ़ रहा क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्या

भारत दुनियाभर के देशों को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ रहा हैं और पिछले कुछ सालों में क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। दिसंबर महीने में कुल 19 लाख क्रेडिट कार्ड लोगो में जारी किए गए हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में इसका इस्तेमाल हो रहा हैं।

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